कार का ज्यादा इस्तेमाल करने पर उसकी कीमत से तीन गुना ज्यादा होता है खर्चा

दोस्तों क्या अपने कभी सोचा है कि जब कार खरीदने के बाद उसका लगातार ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो, आपको अपनी कार के वास्तविक मूल्य से तीन गुना ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है। जी हां, ये सुनने में भले ही अजीब है लेकिन सच है। कार को पांच साल के बाद रखने में आपका उस कार की कीमत से ज्यादा उसके ऊपर खर्च हो जाता है। अगर आप इससे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपका खर्च कार के वास्तविक मूल्य से तीन गुना भी हो सकता है। आइये जानते हैं कैसे…

डेप्रिसिएशन (मूल्य कम होना)

जब आप नई कार खरीदते हैं तो शोरूम से बाहर आते ही तभी से आपकी कार का मूल्य कम होना शुरू हो जाता है। लगभग 15% हर साल आपको कार की कीमत कम होती है। यानि मान लीजिए अगर आप 7 लाख की कीमत वाली कार खरीदेंगे तो 5 साल बाद उसकी कीमत सिर्फ 3.1 लाख रुपए रह जाएगी।

फाइनेंस

हर कोई महंगी कार नकद नहीं खरीद पाता इसीलिए हम लोन लेकर कार खरीदते हैं। मान लीजिये अगर आप पांच साल के लिए कार लोन (80% फाइनेंसिंग पर) ले रहे हैं, तो आपको करीब 1.5 लाख रुपये ब्याज भरना पड़ेगा।

बीमा

आप जानते ही होंगे के आज के समय में मोटर वाहन एक्ट के तहत थर्ड पार्टी इंश्योरेंस ज़रूरी है। इसी लिए बहुत से लोग सभी चीजों को कवर करने वाला कार बीमा करवाते हैं, जिसमें उनकी कार की दुर्घटना का कवर भी शामिल होता है। इस हिसाब से मान लीजिये 7 लाख रुपये की कार के लिए बीमा करवा रहे हैं तो पांच साल में आपका कुल प्रीमियम 1.04 लाख रुपये हो सकता है। और अगर इसी बीच हुई कोई भी दुर्घटना इस प्रीमियम को और बढ़ा सकती है।

पेट्रोल/डीज़ल का खर्च

आप जानते हैं कि पेट्रोल डीज़ल काफी महंगे होते जा रहे हैं। अगर आप हर रोज़ कार इस्तेमाल कर रहे हैं, यानि अगर आप रोजाना 100 किलोमीटर तक कार चला रहे हैं तो सोचिये फ्यूल का खर्च कितना ज़्यादा आएगा। मान लीजिए आपको कार15 किमी प्रति लीटर माइलेज दे रही है, तो इस हिसाब से आप हर साल अपनी कार में पेट्रोल डालने के लिए 9 लाख रुपये खर्च करेंगे। हलाकि इस लिहाज से डीजल कारें सस्ती हो सकती हैं, ज्यादा महंगी कार खरीदते हैं तो रखरखाव के साथ खर्च ज्यादा भी हो सकता है।

टूट फूट और रख रखाव

अपनी गाडी को सही तरह चलते रेहनते के लिए आपको हर छह महीने या 10,000 किमी की ड्राइविंग पर, सर्विसिंग और रखरखाव के लिए गैरेज में भेजना ही पड़ता है। जिसमें तेल बदलने के साथ, गाडी के क्लच प्लेट, ब्रेक पैड, फिल्टर, रेडिएटर कंपोनेंट, बैटरी और टायर के साथ कई और हिस्सों में हल्की टूट फूट ठीक करने या इन्हे बदलने की ज़रूरत भी पड़ सकती है।

यानि मोटे तौर पर पांच साल में आपको करीब 60,000 रुपये सर्विसिंग और रिप्लेसमेंट के लिए खर्च करने पड़ेंगे। साथ ही पांच साल में कार की सफाई और कहीं जाने पर इस पार्क करने में भी काफी पैसे खर्च होते हैं।