पूरे 256 वर्ष तक जीवित रहा था ये शख़्स

जापानी महिला को 116 साल की महिला को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में विश्व की सबसे बुजुर्ग जीवित व्यक्ति के खिताब से नवाजा गया है. जापान की केन तनाका को आधिकारिक तौर पर 116 साल 66 दिन की सबसे बुजुर्ग के रूप में पुष्टि की गई है।

आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे है उस की उम्र जान कर एक बार तो आपको यकीन नहीं होगा लेकिन ये सच्च है, ये इंन्सान 100-200 नहीं, बल्कि पूरे 256 साल की उम्र तक जीवित रहा।

इस इंसान का नाम है ली चिंग युए। इतिहासकारों का कहना है कि ली चिंग का जन्म 3 मई 1677 को चीन के कीजियांग जिले में हुआ था, जबकि अन्य का दावा है कि उनका जन्म साल 1736 में हुआ था। उनकी मृत्यु 6 मई 1933 को हुई थी।

1930 में ‘न्यूयार्क टाइम्स’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक,  ली के पड़ोस में रहने वाले कई बुजुर्गों का कहना था कि जब उनके दादा लोग बच्चे थे, तो वो ली चिंग को जानते थे, वो उस समय भी एक अधेड़ उम्र के शख्स थे। ली चिंग ने 24 शादियां की थीं, जिनसे उनके 200 से अधिक बच्चे थे।

उन्होंने अपने जीवन के शुरूआती 100 वर्ष लिंग्जी गोजी बेरी जीसेंग वू और गोडा कोला जैसी जड़ी बूटियों को इकठ्ठा करने में निकाल दिया, इन जड़ी बूटियों को बेचकर उन्होंने काफी पैसा कमाया उन्होंने अपनी जिंदगी के अगले 40 साल जड़ी बूटी बेचते हुए निकाल दिए,

वो कई तरह की जड़ी-बूटियों के साथ-साथ चावल से बनी शराब को भोजन के रूप में लेते थे।ली चिंग की लंबी उम्र के पीछे का रहस्य ये है कि वो नींद लेते थे, कबूतर की तरह बिना आलस के चलते थे,अपने दिल को हमेशा शांत रखते थे और कछुए की तरह आराम से बैठते थे  ।

एक खबर के मुताबिक चीन की चेंगडू यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वू चुंग-चीएह ने 1827 में ली चिंग को उनकी 150वीं वर्षगांठ, जबकि साल 1877 में उनकी 200वीं वर्षगांठ के मौके पर शुभकामनाएं दी थीं।

ली चिंग महज 10 साल की उम्र से ही हर्बल मेडिसिन का बिजनेस करने लगे थे। उन्हें हर्बल के साथ-साथ मार्शल आर्ट्स में भी महारथ हासिल थी। ली 71 साल की उम्र में मार्शल आर्ट्स ट्रेनर के तौर पर चीन की सेना में शामिल हुए थे।