इस हफ्ते उत्तर भारत के इन इलाकों में भारी बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना

पिछले काफी दोनों से उत्तर भारत में दिन में मौसम साफ रहने और दिन में धूप निकलने कर कारण तापमान में बढ़ोतरी देखी गई है और इससे लोगो को दिन में तो ठंड से कुछ राहत मिली है। लेकिन अब एक बार फिर उत्तर भारत में बारिश के साथ दिन ठन्डे होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उत्तरी पाकिस्तान पर बना हुआ है,

जिसके कारण 27-29 जनवरी के दौरान जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मध्य से भारी बर्फबारी जबकि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली एनसीआर और उत्तरप्रदेश जैसे निचले इलाकों में मध्यम बारिश के साथ ओलावृष्टि की संभावना है। 27-29 जनवरी के बीच जम्मू कश्मीर के जम्मू, कटरा, उधमपुर, पटनीटॉप, रामबन, बनिहाल, रामनगर, रामगढ़, बटोट, कुलगाम और राजौरी इलाकों में मध्यम से भारी बारिश होने का अनुमान है। वहीं कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकगी है।

इसी तरह हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, धर्मशाला, चम्बा, हमीरपुर, ऊना, मंडी, नाहन, सोलन, बिलासपुर, सुंदरनगर में मध्यम से भारी बारिश होने की उम्मीद है। इन में से कुछ जगहों पर बिजली की गड़गड़ाहट के साथ-साथ ओलावृष्टि और भारी बारिश दर्ज हो सकती है। इन सभी हिस्सों में भारी बारिश और कुछ जगह बर्फबारी के साथ 27-29 जनवरी के दौरन तापमान में काफी गिरावट आने की उम्मीद है।

इसी दौरान 27 जनवरी को एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण के साथ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश के बादल बनने की संभावना है जिससे 29 जनवरी की शाम तक चलने की संभावना है। बारिश की सबसे ज्यादा smbhawna 28 जनवरी को रहेगी। इस परिसंचरण का असर 27 जनवरी को पश्चिमी पंजाब, पश्चिमी हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में और 28 जनवरी से शेष हरियाणा, पंजाब सहित दिल्ली एनसीआर और पश्चिमी उत्तप्रदेश पर सक्रिय होगा और 29 जनवरी तक पूर्वी उत्तरप्रदेश तक इसका असर होगा।

इसके असर से पंजाब के ज्यादातर इलाकों जैसे अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर, बालाचूर, नवांशहर, जालंधर, मोगा, मनसा, बठिंडा, संगरूर, नाभा, लुधियाना, कपूरथला, रूपनगर, सासनगर, फतेहगढ़ साहिब, पटियाला, मोहाली और चंडीगढ़ में बहुत सी जगहों पर घने बादल छाए रहेंगे और कुछ जगहों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। साथ ही कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।

वहीँ अगर हरियाणा और दिल्ली एनसीआर की बात करें तो पंचकुला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, पानीपत, रोहतक, हिसार, सिरसा, भिवानी, नारनौल, रेवाड़ी, नूंह, मेवात, पलवल, सोनीपत, झज्जर, गुड़गांव, फरीदाबाद और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सभी इलाकों में तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ एक जगहों पर ओलावृष्टि देखी जाएंगी।

इसी प्रणाली के असर के दौरान उत्तरप्रदेश के सहारनपुर, मुज़फ़्फ़रनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बुलंदशहर, मेरठ, बागपत, अलीगढ़, गाज़ियाबाद, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), आगरा, मथुरा, पीलीभीत, कानपुर, झांसी लखनऊ, बांदा, शाहजहांपुर, सीतापुर, हरदोई, फैजाबाद, बलरामपुर, सुल्तानपुर, जौनपुर, प्रयागराज, वाराणसी, मऊ, मिर्जापुर, गोरखपुर व रायबरेली इलाकों में भी हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज़ हवाएं लगातार चलने की संभावना है।

राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में बादल छाए रहने के साथ श्रीगंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, नागौर, जयपुर, अलवर, सरदारशहर, में भी तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम और कई जगह भारी बारिश का अनुमान है। 27 से 29 जनवरी के दौरान इस पश्चिमी विक्षोभ के कारण बताए गए सभी क्षेत्रों में बादलों की आवाजाही में इज़ाफ़ा होगा और इसी कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश और राजस्थान में रात के न्यूनतम तापमान में करीब 3-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। इसके साथ ही अधिकतम तापमान भी 3-8 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।